Dipawali parvDipawali parv

जय सिया राम। आप सभी को दिपावली के विशेष पर्व कि हार्दिक शुभकामनाए।

कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष कि त्रियोदशी तिथि से दिपावली के विशेष पर्व में पांच त्योहारों की श्रृंखला को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व में प्रथम पर्व के रूप में धनतेरस
द्वितीय पर्व छोटी दीपावली एवं नर्क चतुर्दशी
तृतीय पर्व के रूप में शुभ दीपावली एवं अमावस्या पर्व
चतुर्थ पर्व के रूप में विश्वकर्मा पूजा व गोवर्धन पुजा और पांचवें पर्व के रूप में भईया दूज त्योहार मनाया जाता है।

इस वर्ष इस पर्व कि शुरुआत 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर होगी।

धन तेरस का समय 18 अक्टूबर को दोपहर के बाद शुरू हो कर
19 अक्टूबर को दिन में 1 बजकर 51 मिनट तक रहेगी। उसके बाद चतुर्दशी का समय आरंभ हो रहा है।

नर्क चतुर्दशी का समय 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट
से शुरू होकर 20 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट तक रहेगा उसके बाद शुभ दीपावली का पर्व शुरू हो रहा है।पितृ जग रात्रा भी 20 अक्टूबर का ही होगा।

शुभ दीपावली का समय 20 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट के वाद शुरू होकर 21 अक्टूबर को सायंकाल 5 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। इसके बाद प्रथमा तिथि आरंभ।

धन तेरस का पर्व 19 अक्टूबर को
पुजा पाठ का शुभ मुहूर्त 1:30 से पूर्व ही रहेगा ।

छोटी दीपावली का पर्व 20 कि शाम को मनाया जाएगा।
पुजा पाठ 3:30 से पूर्व ही करें। उसके बाद अमावस्या आरंभ हो रही है। इस दिनों दीपक जलाने का समय रात्रि काल में ही रहेगा।

शुभ दिपावली 21 अक्टूबर को 5 बजकर 54 मिनट तक रहेगी।
पुजा पाठ 5:30 से पूर्व ही करें। इस दिनों दीपक जलाने का समय रात्रि काल में ही रहेगा।

22 अक्टूबर को विश्वकर्मा पूजा एवं गोवर्धन पूजा ।

23 को भैया दूज का पर्व मनाया जाएगा।