धन संग्रह का मुहूर्त।

धन संग्रह मुहूर्त का प्रयोजन है अपने कमाए गए धन को किसी विशेष प्रयोजन के लिए जमा करना है। इमानदारी से कमाया हुए धन का संग्रह ही इच्छा पूरी करता है।

चंद्रमा विचार :- स्वयं कि राशि से चौथा, छठा, आठवां, बारहवां नहीं होना चाहिए।

शुभ नक्षत्र:- अश्विनी नक्षत्र नक्षत्र , रोहिणी नक्षत्र , मृगशिरा नक्षत्र , पुनर्वसु नक्षत्र , पुष्य नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र , हस्त नक्षत्र , चित्रा नक्षत्र , स्वाति नक्षत्र ,अनुराधा नक्षत्र , उत्तराषाढा नक्षत्र श्रवण नक्षत्र ,धनिष्ठा नक्षत्र ,शतभिषा नक्षत्र ,उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र ,रेवती नक्षत्र।

वर्जित नक्षत्र:- भरणी, कृतिका, आर्द्रा, आश्लेषा, मघा, पुर्वाफाल्गुनि ,विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा पुर्वा भाद्रपद ये सभी नक्षत्र धन संग्रह करने के लिए निषेध माने गये हैं।

तिथि विचार:- चतुर्थी, नवमी,चतुर्दशी तिथि निषेध है 

वार विचार:- मंगलवार निषेध है।

भद्रा विचार:- भद्रा काल निषेध है।

धन संग्रह और बैंक में खाता खुलवाने के लिए इस मुहूर्त का ही प्रयोग करें।

इस मुहूर्त से संबंधित सभी जानकारियां यहां पर दी गई है इसके अलावा अगर आप मुहूर्त दिखवाना चाहते है तो नीचे दिए गए फार्म भरे। यह सुविधा सशुल्क हैं।

मुहूर्त निकलवाने के लिए नामाकन करे-