फैक्ट्री शुरू करने का मुहूर्त।

फैक्ट्री शुरू करने के मुहूर्त का प्रयोजन है जब  कोई कारखाना तथा अन्य कोई फैक्ट्री लगाई जाती है तो इसमें विशेष नक्षत्रों के अनुसार समय का चयन किया जाता है नीचे लिखे सभी मुहूर्त नक्षत्रों के अनुसार बताए गए हैं।

ये नियम थ्रेसर ,क्रेशर ,बॉयलर,आटा मील,दाल मील,मिक्सर प्लांट आदि तथा अन्य किसी प्रकार कि फैक्ट्रीयों के लिए सुनिश्चित किए गए हैं।

चंद्रमा विचार :- स्वयं कि राशि से चंद्रमा चौथा छठा आठवां बारहवां नहीं होना चाहिए।

शुभ नक्षत्र :- रोहिणी, मघा,उत्तराफाल्गुनी, पूर्वाफाल्गुनी, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल,श्रवण,रेवती।

तिथि विचार :- चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी, श्राद्ध होलाष्ठ निषेध हैं।

धरती शयनावस्था विचार :- किसी भी कार्य स्थल के भुमि का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है इसलिए उस दिन भूमि कि  अवस्था का ध्यान रखें।

वार विचार :- सोमवार बुधवार बृहस्पतिवार शुक्रवार रविवार।

  • मांस विचार।
  • लग्न विचार स्थिर लग्न शुभ ।
  • गुरू,शुक्र अस्त नही होने चाहिए।
  • मल मास का त्याग करें।
  • सूर्य नक्षत्र चक्र।

सूर्य संक्रांति दिन नक्षत्र से वर्तमान नक्षत्र दिन तक गिनने पर  

  •  1 से 4 नक्षत्र  तक शुभ फलदाई होता है ।
  •   5 से 6 नक्षत्र  तक  नुकसान दाई होता है ।
  • 7 से 8 नक्षत्र  तक  लाभदाई होता है।
  •  9 वांं नक्षत्र हानि प्रदान करता है ।
  • 10 से 14 नक्षत्र तक दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। 15 से 19 नक्षत्रों तक शुभ फलदाई होते हैं ।
  • 20 से 21 वां नक्षत्र परेशानी पैदा करता है ।
  • 22 से 27 नक्षत्र  तक व्यवसाय मे बढ़ोत्तरी देता है।

इस मुहूर्त से संबंधित सभी जानकारियां यहां पर दी गई है इसके अलावा अगर आप मुहूर्त दिखवाना चाहते है तो नीचे दिए गए फार्म भरे। यह सुविधा सशुल्क हैं।

मुहूर्त निकलवाने के लिए नामाकन करे-