अंक 2 वाले व्यक्तीयों का स्वभाव ठंडा-गर्म सा घड़ी में तौला-घड़ी मे मासा और बिना सोचें समझे फैसले लेने की बुरी आद्दत। दुसरो कि बातों से जल्दी प्रभावित हो जाते है। सम्मान पाने के इच्छुक होते है। और महिलाओं की संगत इन्हें अच्छी लगती है। बड़ी जल्दी बात दिल पर ले लेते है। और बातें करने मे माहिर होते है। किसी के अधिन रहना इनको कम पंसद है।
किसी के अधिकृत क्षेत्र में कभी नहीं आना चहते।किसी से सिधे संबंध नही रखते।किसी को बीच में रखकर संबंध जोड़ते है। किसी के पीछे रहना पसंद है। नई जानकारी कम बनाते है। पुरानी जानकारीयो सें संबधं बनाकर रखना इनको अच्छा लगता है। और अपने प्रतिद्वंद्वी से जलन की भावना रखते है।
जिससे इनका स्वभाव घृणा रूपी होने लगता है। इनमें जितना गृहस्थी चलाने का नेतृत्व गुण होता है, उतना किसी अन्य में नहीं होता। लेकिन यह अकेले कोई कार्य नहीं कर सकते है। क्योंकि यह अंक महिला प्रधान अंक है। यह भावनात्मक होते है और हमेशा सपनों में खोऐ रहते है।मां का साथ इन्हें अच्छा लगता है।
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इन्हें चंद्र का प्रभाव अधिक होने के कारण स्वभाव में बदलाव आता है। यह बड़े संवेदनशील, अच्छी कल्पना शक्ति वाले और अंर्तज्ञानी, थोड़ा डरपोक और जल्दी निर्णय नहीं ले पाते है। कुछ लोग इन्हें कमजोर ओरशक्तिहीन समझते है। अगर यह आत्म विश्वास को बढ़ाना चाहते है तो अध्यात्म की तरफ जाएं तो इन्हें ऊंचाईमिल सकती है
जिस तरह से चंद्रमा की अपना रोशनी नहीं होती, इसी प्रकार यह दूसरों पर निर्भर होते है। ऐसे जातक एकांत में रहना पसंद करते है। मन की भावनाओं को दूसरों को बताना चाहते है।इनमें दुसरो को सुनाने तथा सुनने की बहुत अच्छी शक्ति होती है। इन्हें हमेशा धीरे-धीरे काम करना पसंद होता है। यह लोगआलसी होते है। शरीरिक शक्ति इनकी बहुत अच्छी नहीं होती है, उन्हें बुद्धि के प्रयोग से काम करना अच्छा लगता है। इनके अंदर सेवा भाव बहुत गहरे से रहता है। कम लोगों की सभा में यह बोल सकते। ज्यादा लोगों की भीड़ में ये शर्माते है।