पांच मूलांक वाले व्यक्तियों में एक अलग से ऊर्जा होती है उन्हें थकान कम होती है। उनको जो कार्य पसंद होता है उसमें अपनी पूरी ऊर्जा के साथ लगे रहते हैं तथा लगातार लगे रहते हैं। शारीरिक ऊर्जा इनमें भरपूर मात्रा में होती है सिर्फ व्यवस्थित तरीके से काम में लेने कि कमी होती है। इनको सिखने कि सबसे ज्यादा जरूरत होती है।
जो काम इनको पसंद नहीं होता उस काम के लिए बहाना बनाने में भी बहुत तेज होते हैं। यह अंक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है लेकिन आलस्य और लापरवाही का ही प्रतीक भी यही अंक सबसे ज्यादा होता है।
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इस अंक को अंक ज्योतिष में नटखट तथा शरारती कहा गया है।ये मनोरंजन करने में माहिर होते हैं। इनके अंदर बातचीत करने कि विशेष कला होती है। वाणी का प्रयोग करना इनकी मुख्य आदतों में से एक होती है। अद्भुत वाक् कला होती है। अपनी वाणी से दुसरो को जल्दी प्रभावित कर लेते है। दुसरो के लिए मनोरंजन करना इनके लिए आसान होता है। शुरुआत में बच्चों कि तरह शर्माते हैं लेकिन बाद में खुलकर बोलते हैं।
इनको किसी भी कार्य के लिए बार बार कहना पड़ता है। ये लापरवाही करते हुए अपना कार्य करते हैं।जिसके कारण इनको औरों से कम मिलता है। अगर अनुशासन में रह कर कार्य करते हैं तो दौड़ में सबसे आगे रहते हैं।
व्यापार तथा पैसे कमाने कि इच्छा बचपन से ही विकसित हो जाती है। अगर विषय पर पुरी तरह पढ़ते हैं तो ऊपर तक पहुंचते हैं।अगर इनकी शिक्षा कमजोर रहती है तो अपने जीवन में सिमीत हि बनकर रह जाते हैं। इनमे बोलने कि क्षमता अधिक होती है अगर समझकर बोलते हैं तो शब्द प्रभावशाली होते हैं अन्यथा अपनी वाणी से ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाते।
इनको अपनी वाणी पर हमेशा नियंत्रण बनाकर रखना चाहिए क्योंकि ये जब भी आवेश में आते हैं तो अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं रख पाते।ये बाहरी आवरण में विषय को जल्दी समझते हैं। अपने नजदीकी आवरण से जल्दी प्रभावित होतें हैं।