विक्रमी संवत २०८२ अमृतसिद्धि योग।
ब्रह्मांड में सब चलायमान है और इसी भ्रमण मार्ग पर जब भ्रमण करते समय ग्रहों तथा नक्षत्रों के योग से…
ब्रह्मांड में सब चलायमान है और इसी भ्रमण मार्ग पर जब भ्रमण करते समय ग्रहों तथा नक्षत्रों के योग से…
|| अधिकमाससारणी ॥ ३०० वर्ष यह सारणी केतकर पद्धति के अनुसार हैं। विक्रमी संवत्। शाकःसंवत् अधिकमास। प्रारम्भ तारीख। समाप्ति तारीख…
श्री शिव चालीसा पाठ। प्रमुख रूप से दो प्रकार की शिव चालीसा का पाठ कि जात है।यह शिव चालीसा प्राचीनतम…
यात्रा में योगिनी विचार। प्रतिपदा और नवमी को योगिनी पुर्व दिशा मे रहती है।तृतीया और एकादशी को योगिनी आग्नेय कोण…
चंद्रमा विचार:- सन्मुख चंद्रमामेष, सिंह, और धनु इन राशियों पर चंद्रमापूर्व दिशा में निवास करता है।वृष, कन्या, मकर इन राशियों…
यात्रा में तारा विचार। प्रचलित नाम के नक्षत्र से दिन नक्षत्र तक गिनने पर जो संख्या का जोड़ आए उसे…
भद्रा विचार। यात्रा में भद्रा काल का सदैव त्याग करें यात्रा में भद्रा वर्जित है। यात्रा मे नक्षत्र विचार।
यात्रा मे नक्षत्र विचार। जन्म नक्षत्र निषेध है यात्रा करते समय। अश्विनी ,मृगशिरा, पुनर्वसु,पुष्य , हस्त ,अनुराधा श्रवण,घनिष्टा, रेवती यह…
यात्रा में घात विचार।घात राशि विचार। घात दोष राज सेवा,विवाद, युद्ध शिकार के लिए तथा अन्य यात्रा मे घातक होता…
यात्रा में निषेध वार, नक्षत्र विचार। शनिवार, रविवार को ज्येष्ठा नक्षत्र हो तो पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।गुरुवार…