ज्योतिष कक्षा -3

हमारे ऋषि-मुनियों के द्वारा इस विद्या को शास्त्र के रूप में अवतरित किया गया है। यह विद्या भूत भविष्य वर्तमान तीनों कालों कि पहचान करवाती है।

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