तेल मालिश मुहूर्त का प्रयोजन शरीर कि उचित देखभाल के लिए मालिश करने के लिए उचित समय चुनाव करना है।
प्राचीन काल में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मालिश कि जाती थी, और इसे कब करने से लाभ और कब करने से हानि होती है इस जानकारी को शास्त्रों के अनुसार लिखा गया है।
शुभ वार:- सोमवार, बुधवार, शनिवार इन दिनों तेल मालिश उत्तम फलदायी है।
इन वारो मे सप्तमी तिथि आये तो इन वारो को भी निषेध करे।
आचार्यों के मतानुसार
- रविवार को तेल मालिश करवाने से ज्वर(बुखार) होता है।
- सोमवार को समाज में शोभा बढ़ती है ।
- मंगलवार को मृत्यु या मृत्यु कारी कष्ट मिलता है ।
- बुधवार को धन की प्राप्ति होती है।
- गुरुवार को धन की हानि होती है।
- शुक्रवार को दुख मिलता है ।
- शनिवार को सुख की प्राप्ति होती है।
- नवजात शिशु , वृद्ध आदमी कि मालिश में गोमूत्र डालकर रोजाना कर सकते हैं।
इसके अलावा रोजाना मालिश करने वाले व्यक्ति भी गोमूत्र डालकर मालिश कर सकते हैं। त्वचा कि बिमारी में नारियल का तेल औषधि रूप होता है।
जैतून तथा सरसों का तेल मालिश के लिए उत्तम माना गया है इसके अलावा वैद्य आचार्य कि सलाह पर करें।
मुहूर्त निकलवाने के लिए नामाकन करे-