नव निर्माण मे सूर्य संक्रांति विचार:-
नव निर्माण मे सूर्य संक्रांति विचार:- नव निर्माण के लिए नक्षत्र विचार-
नव निर्माण मे सूर्य संक्रांति विचार:- नव निर्माण के लिए नक्षत्र विचार-
नव निर्माण के लिए नक्षत्र विचार:- रोहिणी, मृगशिरा ,पुष्य उत्तराफाल्गुनी ,चित्रा, स्वाति ,अनुराधा, उत्तरषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तर-भाद्रपदा, रेवती नक्षत्र गृह…
मुहूर्त में लग्नेश की स्थिति। जब लग्न कुंडली का निर्माण करके मुहूर्त देखा जाता है, तो लग्न कुंडली में लग्नेश…
पृथ्वी की सोई हुई अवस्था में निर्माण या कोई भी प्रतिक्रिया करते हैं, तो वह परिणाम देने में भी सोई…
मल-मासमल मास की अवधि को शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए निषेध कहा गया है। सूर्य अपने भ्रमण काल में…
मुहूर्त में वार विचार।शुभ मुहूर्त में रविवार, सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार।मुहूर्त में इन सभी वारों को लिया जाता है। शनिवार…
प्राचीन काल से रत्नों का प्रयोग आयुर्वेद में ओषधियों के रूप में होता था। रत्नों की भस्म बनाकर उनसे रोगों…
वास्तु मुहूर्त के साथ साथ भुमि कि अवस्था पर भी ध्यान करें। धरती सोई हुई है या जागृतावस्था मे है।…
वर्तमान समय में कर्ज़ लेकर घी पीने कि परम्परा प्रचलित है। अर्थात अनावश्यक भौतिक सुविधाओं कि प्राप्ति अधिकांश कर्ज़ लेकर…