सिद्ध यात्रा मुहूर्त का प्रयोजन कार्य कि सफलता के लिए कि गई यात्रा के लिए विशेष समय का चुनाव किया जाता है।
यह मुहूर्त किसी विशेष कार्य सिद्धि के लिए किया जाता है। इसमें विशेष नियम तथा समय कि ईकाइयों का ध्यान रखा जाता है। इस मुहूर्त को प्राचीन काल में युद्धाभ्यास तथा शत्रु राज्य पर आक्रमण करने के लिए देखा जाता था।
ऋषि मुनि इस मुहूर्त का प्रयोग विशेष भ्रमण के लिए करते थे। आयुर्वेद के आचार्य औषधि को इकट्ठा करने के लिए करते थे।
यह मुहूर्त विशेष यात्रा के लिए देखा जाता है।
सिद्ध यात्रा मुहूर्त में बीस विचारणीय बिन्दुओं पर गहनता से अध्ययन करके सिद्ध मुहूर्त का चुनाव किया जाता है।
1 यात्रा मे कुलिक योग का विचार।
2 यात्रा मे ललाट योग का विचार।
3 यात्रा मे सुर्य विचार।
4 यात्रा मे राहु वास विचार।
5 होरा विचार।
6 यात्रा मे स्वर विचार।
7 यात्रा मे शुक्र विचार।
8 तिथि विचार।
9 यात्रा में लग्न विचार।
10 यात्रा मे वार तिथि अनुसार सिद्ध योग।
11 यात्रा में शुकून विचार।
12 यात्रा में प्रहर के अनुसार विचार।
13 यात्रा में वार निषेध नक्षत्र विचार।
14 घात राशि विचार।
15 यात्रा मे नक्षत्र विचार।
16 भद्रा विचार।
17 तारा विचार।
18 यात्रा मे चंद्रमा विचार। (सम्मुख)
19 यात्रा में योगिनी विचार।
20 यात्रा मे दिशाशूल विचार।
इन सभी तथ्यों पर सूक्ष्मता से विचार करके समय निर्धारित किया जाता है।
मुहूर्त निकलवाने के लिए नामाकन करे-