मनुष्य जीवन में नाम का क्या महत्व होता है। जीवन भर आपकि पहचान आपके नाम से होती है। इस संसार में आप किसी नाम से ही जाने जाते है। बिना किसी नाम के आपकी कोई पहचान नही होती। कुछ नाम तो इस दुनिया में बहुत प्रसिद्धियां पा लेते है ओर कुछ साधारण सा जीवन व्यतीत करते हैं।

लेकिन जिनका नाम उनकी जन्म दिनांक से मेल खाये तब उनकी क्षमताऐं ओर समंझ दोनो बढी हुई होती है। जो नाम आपकी पहचान वह आपकी जन्मंदिनांक के अनुकूल है तो वही नाम प्रसिद्ध पाते है उनकि समंझदारी ही उनकी क्षमताएं तथा साहंस बढाती हैं। जिससे वह जीवन में बेहत्तर कर पाते है ओर देश,दुनियां में नाम कमाते है।

लेकिन जिनके नाम उनकी प्रकृति के अनुसार नही होते वे ज्यादा सघर्ष में जीते।उनकी समझ ज्यादा विकसित नही पाती ओर वे अपना पुरा जीवन तुछ कार्यो में व्यतीत करते है।

अगर आपका नाम आपकी प्रकृति के अनुसार है। तो आपकि समझं आपकी क्षमताएं बढती हैं। ओर आपका आत्मंविश्वास भी बढता हैं जिससे आप कर्मशिल बनते है। तथा आपकी उत्पादक क्षमताएं बढती हैं।

जिससे आप जगत को कुछ देने लग जाते है ओर आप कि पहचान आपके नाम कि पहचान बनने लग जाती हैं। आपको जीवनभर ऊर्जा मिलती है। नाम से ओर आप सैदव ऊर्जावान रहते हैं।

अगर नाम प्रकृति के विपरित है तो जीवन मे विरोध का सामना ज्यादा करना पङता है।क्षमताओ का प्रयोग नही करपाता तथा जीवन में उत्साह नही रहतां।

मनुष्य कि प्रकृति कि पहचान उसके व्यवहार तथा जंन्म दिनाकं से कि जाती है।ओर उनका नाम उनकि प्रकृति के अनुसार रखा जाता हैं। तथा जिनका प्रचलित नाम उनकी प्रकृति से विपरीत है। तब भी कुछ अक्षरो का बदलाव करके नाम को व्यवस्थित किया जा सकता हैं।