बर्तन खरिद मुहूर्त का प्रयोजन है उचित समय में घर अथवा सामाजिक संस्थाओं के लिए बर्तन खरीदना।
शुभ नक्षत्र :- अश्वनी ,रोहिणी, मृगशिरा ,पुनर्वसु पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा उत्तराषाढा,श्रवण, घनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद ,रेवती।
शुभ वार :- बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार।
शुभ तिथि:- रिक्ता(4,9,14) एवं अमावस्या,श्राद्ध को छोड़कर सभी तिथियों में आप बर्तन खरीद सकते हैं।
दान देने के लिए श्राद्ध पक्ष में बर्तनों को खरीदने पर तथा शादी समारोह में देने के लिए बर्तनों कि खरीद पर मुहूर्त कि आवश्यकता नहीं होती है।
शुभ धातु:- सोना ,चांदी, कांस्य ,लोहा ,पीतल, एल्युमिनियम के बर्तन में भोजन बनाना एवं खाना सर्वदा निषेध होता है यह रोग कारक है।
अमृत योग में नए बर्तन खरीदना शुभ फलदाई होता है।
आजके परिवेश में घरों में एल्यूमीनियम के बर्तन प्रयोग किया जा रहा है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत-बहुत ज्यादा हानिकारक है।आगर अपने घर के सदस्यों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहते हैं तो एल्यूमीनियम तथा एल्यूमीनियम मिश्र धातु के बर्तनों में भोजन ना पकाएं। इससे शरीर में कमजोरी तथा अन्य रोग बढ़ते है।
भारत में एल्यूमीनियम के बर्तनोंको कि शुरुआत जेल में कैदियों को कमजोर एवं रोगी बनाने के लिए कि गई थी।
मुहूर्त निकलवाने के लिए नामाकन करे-