4 अक्टूबर 2024 शुक्रवार, द्वितीय तिथि, अश्वनी माह, शुक्ल पक्ष।
नवरात्र के दुसरे दिन का पूजन मां ब्रह्मचारिणी के रूप में किया जाता है। यह मां दुर्गा का दुसरा स्वरूप है। मां का यह नाम कैसे विख्यात हुआ इसके बारे पौराणिक कथा में विवरण मिलता है।
इस कारण इनका नाम ब्रह्मचारिणी विख्यात हुआ।
मां ब्रह्मचारिणी का स्वभाव सरल हैं। उनके दाएं हाथ में जप की माला तथा बाएं हाथ में कमंडल रहता है। इनका स्वरूप कठिन तपस्या करके मन की इच्छा के अनुसार फल कि प्राप्ति करने वाला हैं। इनके स्वरूप का ध्यान करने से इच्छा पुर्ति का आशिर्वाद प्राप्त होता हैं।इस दिन कुछ भक्त लंबी आयु कि कामना करते हुऐ मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते है। इनको मिश्री तथा पंचामृत का भोग लगाते हैं।
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