चुल्हा स्थापना मुहूर्त का प्रयोजन घर पर अग्नि प्रज्वलित करना। नये अथवा पुराने घर पर चूल्हे में अग्नि प्रज्वलित कि जाती है तो इसे अग्नि के अनुकूल सममय में प्रज्जवलित करने के लिए हमारे ऋषि-मुनियों के द्वारा नक्षत्रों से संबंधित समय कि पहचान कि गई है ।
इन मुहूर्तों का प्रयोग ज्यादा घरों में अतिरिक्त चूल्हे को स्थापित करते समय देखा जाता है।
चुल्हे की स्थापना करते समय गृह स्वामी के चंद्रमा ,लग्न स्थिति इन सब का विचार करना चाहिए ।
विशेष अग्नि का वास जरूर ध्यान में रखें ।
वार विचार :- सभी वार शुभ माने गये है।
तिथि विचार :- रिक्ता (4,9,14) अमावस्या, श्राद्ध, होलाष्ट निषेध है।
चुल्हा स्थापना मुहूर्त चक्र।
सूर्य संक्रांति के दिन नक्षत्र से वर्तमान दिन नक्षत्र तक गिरने पर
- 4 नक्षत्र नाश प्रद 1 से 4 नक्षत्र
- 4 नक्षत्र सुखप्रद 5 से 8 नक्षत्र
- 6 नक्षत्र दरिद्रता 9 से 14 नक्षत्र
- 4 नक्षत्र सुखप्रद 15 से 18 नक्षत्र
- 5 नक्षत्र श्री नाशक 19 से 23 नक्षत्र
- 4 नक्षत्र पुत्र लाभ 24 से 27 नक्षत्र
इस मुहूर्त से संबंधित सभी जानकारियां यहां पर दी गई है इसके अलावा अगर आप मुहूर्त दिखवाना चाहते है तो नीचे दिए गए फार्म भरे। यह सुविधा सशुल्क हैं।
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