बच्चे गोद लेने के मुहूर्त का प्रयोजन है जब किसी को सन्तान न हो तो वह अपने किसी रिश्तेदार के बच्चे अथवा बाल आश्रम से बच्चे को अपनाते हैं। इस क्रिया को उचित समय पर करने का विधान हमारे शास्त्रों में इसके लिए विशेष मुहूर्त का चयन किया गया है।
बच्चा गोद लेने का उचित समय पांच वर्ष की आयु से छोटा बच्चा ही गोद लेना चाहिए। मुंडन संस्कार से पहले गोद ले तथा बाद में नामकरण संस्कार दोबारा करवाना चाहिए ।
शुभ नक्षत्र :- अश्वनी ,पुष्य, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, धनिष्टा ये सभी नक्षत्र शुभ हैं।
शुभ तिथि :- अष्टमी ,रिक्ता (चौथ नवमी चौदस) अमावस्या ,पूर्णिमा , सक्रांति दिवस श्राद्ध पक्ष और होलाष्ट वर्जित होते हैं।
शुभ वार :- रविवार, गुरुवार, शुक्रवार, यह वार शुभ फलदाई है।
मलमांस, गुरू ,शुक्र अस्त नही होने चाहिए।
गोद लेने वाले का चंद्रमा शुभ स्थानों में होना चाहिए।
दोनों का चंद्रमा शुभ हो।
इस मुहूर्त से संबंधित सभी जानकारियां यहां पर दी गई है इसके अलावा अगर आप मुहूर्त दिखवाना चाहते है तो नीचे दिए गए फार्म भरे। यह सुविधा सशुल्क हैं।
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