सुन्दरकाण्ड पाठ
सुन्दर काण्ड श्लोक- शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्। रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूड़ामणिम्।।1।। नान्या स्पृहा…
सुन्दर काण्ड श्लोक- शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्। रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूड़ामणिम्।।1।। नान्या स्पृहा…
पाया राशिनुसार- जन्म समय के अनुसार नक्षत्र और राशि के पाये को देखा जाता है नक्षत्र पाया शरीर और परिवार…
मुहूर्त में तिथि विचार। वर्जित तिथि-चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी अमावस्या, श्राद्ध पक्ष, होलाष्ट, सावड़-सूत्तक अवधिया निषेध है। शुभ तिथियां– द्वितीय, तृतीय,…
देवालयों के निर्माण मे नींव विचार। निर्माण करते समय सूर्य मीन ,मेष ,वृष राशि में हो तो देवालयों का निर्माण…
चंद्रमा स्थिति। चंद्रमा हमारे मन की चंद्रमा की अवस्था ब्रह्मांड के आवरण में चंद्रमा की स्थिति हमारे मन की स्थिति…
मुहूर्त में लग्नेश की स्थिति। जब लग्न कुंडली का निर्माण करके मुहूर्त देखा जाता है, तो लग्न कुंडली में लग्नेश…
तिथि- चंद्रमा के परिक्रमा की एक अवस्था की अवधि का नाम है तिथि। चंद्रमा की रोजाना आकृति में बदलाव के…
पृथ्वी की सोई हुई अवस्था में निर्माण या कोई भी प्रतिक्रिया करते हैं, तो वह परिणाम देने में भी सोई…
मल-मासमल मास की अवधि को शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए निषेध कहा गया है। सूर्य अपने भ्रमण काल में…
मुहूर्त में वार विचार।शुभ मुहूर्त में रविवार, सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार।मुहूर्त में इन सभी वारों को लिया जाता है। शनिवार…