सिध्दि योग सारणी विक्रम संवत् 2082
सिद्धि योग ब्रह्मांड में ग्रहों की गतियों के अनुसार बनता है, जो कि कार्य सिद्ध करने में सहायक होता है।…
सिद्धि योग ब्रह्मांड में ग्रहों की गतियों के अनुसार बनता है, जो कि कार्य सिद्ध करने में सहायक होता है।…
31 - 5 - 2025 को सायं 4 बजकर 4 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश। 29 - 6 -…
शुक्र वक्री-मार्गी सारणी विक्रमी संवत 2082 ।
शुक्र अस्तोदय सारणी-विक्रमी संवत 2082
31 - 3 - 2025 को रात्रि 8 बजकर 9 मिनट पर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश।(वक्री अवस्था) 26 - 4…
ब्रह्मांड में सब चलायमान है और इसी भ्रमण मार्ग पर जब भ्रमण करते समय ग्रहों तथा नक्षत्रों के योग से…
|| अधिकमाससारणी ॥ ३०० वर्ष यह सारणी केतकर पद्धति के अनुसार हैं। विक्रमी संवत्। शाकःसंवत् अधिकमास। प्रारम्भ तारीख। समाप्ति तारीख…
श्री शिव चालीसा पाठ। प्रमुख रूप से दो प्रकार की शिव चालीसा का पाठ कि जात है।यह शिव चालीसा प्राचीनतम…
यात्रा में योगिनी विचार। प्रतिपदा और नवमी को योगिनी पुर्व दिशा मे रहती है।तृतीया और एकादशी को योगिनी आग्नेय कोण…
चंद्रमा विचार:- सन्मुख चंद्रमामेष, सिंह, और धनु इन राशियों पर चंद्रमापूर्व दिशा में निवास करता है।वृष, कन्या, मकर इन राशियों…