यात्रा में तारा विचार।
प्रचलित नाम के नक्षत्र से दिन नक्षत्र तक गिनने पर जो संख्या का जोड़ आए उसे 9 का भाग देने से जो शेष बचता हो उसे तारा कहते हैं।
इनके नाम है ।
- 1 जन्म
- 2 सम्पत
- 3 विपत्
- 4 क्षेम
- 5 प्रत्यरि
- 6 साधक
- 7 वध
- 8 मित्र
- 9अतिमित्र
- यह ताराऐं हैं। नाम के अनुसार ही फल देने वाले होते हैं।
यात्रा मे पहली, तीसरी,पांचवी,सातवीं तारा यात्रा में निषेध हैं।