यात्रा मे दिशाशूल विचार।

सोमवार तथा शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। रविवार तथा शुक्रवार को पश्चिम दिशा कि यात्रा नहीं करनी चाहिए।
बुधवार तथा मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
बृहस्पति वार तथा सोमवार को अग्नि दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
रवि तथा शुक्रवार को नैऋत्य दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
मंगलवार को व्यावय दिशा कि यात्रा नही करनी चाहिए।
मंगल तथा शनि को ईशान दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।

बृहस्पतिवार ,शुक्रवार ,रविवार को जिस दिशा में जाना वर्जित माना गया है उस दिशा में रात्रि यानी सूर्यास्त के बाद में जाने से दोष कम लगता ज्यादा जरूरी हो तभी यात्रा करें।
सोमवार शनिवार तथा मंगलवार को जिस दिशा में जाने से दोष लगता है सूर्यास्त के समय अगर उस दिशा में जाए तो दोष कम लगता है ज्यादा जरूरी हो तभी उस दिशा में प्रस्थान करें ।
बुधवार को जिस दिशा में जाना वर्जित होता है उस दिशा में यात्रा ना करें

मुहूर्त में लग्नेश की स्थिति।