पाया राशिनुसार-

  • लग्न से गिनने पर चंन्द्रमा १,६,११ हो तो सोनेका पाया
  • २,५,९, हो तो चांदी का पाया
  • ३,७,१० हो तो ताम्बा का पाया
  • ८,४,१२ हो तो लोहे का पाया
  • यह स्थित तया जातक के जन्मं फल को 
  • सुख दुख के रूप में दर्शाति हैं।
  • इन पायो में सोने का ,लोहे का पाया कष्टकारी माना गया है
  • चांद का,तांम्बे का पाया शुभ फल कारी माना गया है।
  • जन्म का पाया नक्षत्रो कें अनुसार

जन्म समय के अनुसार नक्षत्र और राशि के पाये को देखा जाता है नक्षत्र पाया शरीर और परिवार से जोडा जाता है राशि का पाया दिमागी सोच सांसारिक स्थान और कार्य विवाह आदि के लिये माना जाता है। पाये चार प्रकार के होते है –

  • स्वर्ण पाया
  • रजत पाया
  • ताम्र पाया
  • लौह पाया

मुहूर्त में तिथि विचार।