ज्योतिष कक्षा 2
ज्योतिष कक्षा 2 में आज हम बात करेंगे ज्योतिष शास्त्र के अर्थ तथा उद्गम कि तथा इस पाठ्यक्रम के सहयोगी ग्रंथों कि।
इस पाठ्यक्रम को प्राचीन काल के ज्योतिष प्रकाशतत्व ताजिक-निलकण्ठी,ज्योतिसार,जातकभरण,बृहदजातकम,बृहत् पाराशर होरा शास्त्र, जातक पारिजात, भारतीय ज्योतिष शास्त्र,नारद संहिता, पूर्व कालामृत, उतरा कालामृत,
वेदागं ज्योतिष, स्वार्थ चिंता मणि,तथा अन्य ग्रंथों की सहायता तथा 20 साल के अनुभव से तैयार किया गया है यह पाठ्यक्रम विशेष उन विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया है ।