अनाज संग्रह मुहूर्त का प्रयोजन है खलिहानों से अनाज निकालने के बाद स्वयं के खाने तथा अपने सहयोगियों को बांटने और पशुओं के लिए अनाज का भंडारण करना।
जिनको अनाज का भंडारण करना हो वो सभी इस मुहूर्त का अनुसरण करें।
घर के मुखिया के चंद्रमा का विचार किया जाता है।
शुभ नक्षत्र:- अश्वनी,रोहिणी, पुनर्वसु,पुष्य ,हस्त, चित्रा, स्वाति, मृगशिरा , अनुराधा, श्रवण, , शतभिषा, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तरषाढ़ा , धनिष्ठा, उत्तराभाद्रपदा ,रेवती,इन नक्षत्रों को अनाज संग्रह करने के लिए शुभ माना गया है।
शुभ तिथि:- रिक्ता ओर अमावस्या को छोड़कर सभी तिथि शुभ हैं।
शुभ वार:- रविवार ,सोमवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार शुभ लग्न:- चर लग्न को छोड़कर सभी लग्न शुभ है।
अनाज संग्रह करने के लिए उचित स्थान का चयन करें।
इस मुहूर्त से संबंधित सभी जानकारियां यहां पर दी गई है इसके अलावा अगर आप मुहूर्त दिखवाना चाहते है तो नीचे दिए गए फार्म भरे। यह सुविधा सशुल्क हैं।
मुहूर्त निकलवाने के लिए नामाकन करे-