भरणीं नक्षत्र का पूर्ण परिचय।
भरणी नक्षत्र। आकाश में स्थित तारा – समूह को नक्षत्र कहते हैं। साधारणत यह चंद्रमा के पथ से जुडे हैं।…
भरणी नक्षत्र। आकाश में स्थित तारा – समूह को नक्षत्र कहते हैं। साधारणत यह चंद्रमा के पथ से जुडे हैं।…
शुक्लपक्ष की प्रतिपदा से आरम्भ करके गत तिथियों को २ से गुणा करे । गुणनफल में से १ घटाकर शेष…
योग सूर्य और चन्द्रमा के स्पष्ट स्थानों को जोड़कर तथा कलाएँ बनाकर ८०० का भाग देने पर गत योगों की…
पंचांग दर्शन के मुख्य घटक ।पंचांग के घटक पंचांग की जानकारी के मुख्य स्रोत पांच माने गए हैं।वार, तिथि, नक्षत्र,…
नक्षत्र परिचय जो आकाश हमें दिखाई देता है इसको ज्योतिष भाषा में भचक्र के नाम से जाना जाता है। और…
वास्तु शास्त्र आधारित समाधान। A Vastu Solution एक समाधान प्रक्रिया है जो वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार काम करती…
नींव मुहूर्त का विचार गृह स्वामी कि नाम राशि के अनुसार किया जाता है। नींव मुहूर्त में आवश्यक सामग्री एवं…
नवनिर्मित भवन का शुद्धिकरण ।नवनिर्मित घर में शुद्धिकरण से अभिप्राय है कि जब भवन का निर्माण होता है तब निर्माण…
भुमि का नक्शा । भूमि की शोधन क्रिया के पश्चात भूमि का नाप लिया जाता है लंबाई गुणा चौड़ाई और…
भुमि को पहचान कर उसकी त्रुटियों को दूर किया जाता है जिससे भुमि कि क्षमता लगातार बनी रहे। 1 पांच…