सुन्दरकाण्ड पाठ

सुन्दरकाण्ड पाठ

सुन्दर काण्ड श्लोक- शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्। रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूड़ामणिम्।।1।। नान्या स्पृहा…

मुहूर्त में तिथि विचार।

मुहूर्त में तिथि विचार। वर्जित तिथि-चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी अमावस्या, श्राद्ध पक्ष, होलाष्ट, सावड़-सूत्तक अवधिया निषेध है। शुभ तिथियां– द्वितीय, तृतीय,…

मल-मास

मल-मासमल मास की अवधि को शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए निषेध कहा गया है। सूर्य अपने भ्रमण काल में…